沙尼娅·格什
She’s Not in the Game—She’s the Future: D.Va, Real or Not, Still Fights for Us
D.Va को देखकर मेरा दिल धड़का!
मैंने सोचा था कि मैं सिर्फ एक पिक्चर को ही देखूंगी… पर D.Va ने मुझे ‘अपने हक’ की सलामती सुनाई।
प्रतीक्षा करो, महिलाओं!
आजकल हर कोई ‘बस महिलाओं को’ हटा-बढ़ाये… पर D.Va? वो पहले हटती है! 🚀
‘मैं तुम्हारा 敌人 नहीं… मैं तुम्हारा सपना हूँ’ – मेरा सबसे पसंदीदा line! 💥
इसलिए मैंने 30 सेकंड के for loop में 300+ times rewind कर डाला!
अगर D.Va virtual है… तो ‘मैं’ real? 😅 आपको कौन-सी scene best lagti है? #Dva #FutureOfWomen #SheIsTheGame
She Wore Black, But Her Soul Was Full of Light: A Quiet Reflection on Identity and Visibility
काले कपड़े में छुपा है संघर्ष
दिल्ली के किसी सबवे स्टेशन में खड़ी एक महिला… बस काले कपड़ों में। लोगों को तो पता ही नहीं। लेकिन मुझे पता था — यह ‘चुपचाप प्रतिरोध’ है।
#फैशन_बिना_अनुमति
वो ‘सेक्सी’ है? हाँ। लेकिन सच्चाई? वो ‘अपनी कहानी’ पढ़ रही है। कभी-कभी महिलाएं सिर्फ ‘दिखने’ के बजाय, ‘अस्तित्व’ पर भरोसा करती हैं।
खुद की स्टोरी?
मेरी माँ ‘जैज’ गाती हैं, पापा ‘गुज़हेंग’ पर सुबह-सुबह। मैंने समझा: इधर-उधर पड़ने में ही सुंदरता है।
#आखिर_क्यों?
The next time you see someone in black… not smiling for the camera Just standing. They might be writing their revolution. ये real power है — चुपचाप, no filter, no drama.
आपको कौन-सा ‘खामख़ास’ पल मचलता है? कमेंट में ‘इश्क़’ 😏
She Danced with Steel: A Quiet Revolution of Strength, Grace, and the Courage to Fall
स्टील के साथ नाचती महिला
देखो ये तो है जंगल में बच्चा प्रकृति के साथ बातचीत करने के बजाय… स्टील के साथ डांस!
आखिरकार कोई ‘मुझे परफेक्ट होना है’ वाला मॉडल है जो गिरना ही सबसे मजबूत प्रदर्शन है।
वो पसीना… वो कंपकंपाती उँगलियाँ… ‘अभी-अभी’ कहनेवाला मुंह… ये कोई ‘एस्थेटिक’ कंटेंट नहीं है — yeh toh थेरेपी hai jisme ‘मुझे पछताना’ ka option bhi nahi hai!
#शेड्रिंग_अर्मर #कमजोर_मत_कहो #फिर_उठना_है
आपको किस हिस्से में दिल पकड़ गया? 💔 कमेंट में बताओ — ‘इसमें मुझे ‘गिरना’ सबसे पसंद!’ 😅
Floating in the Green Stillness: A Quiet Rebellion of Summer, One Breath at a Time
शांति का स्वाद
क्या आपने कभी सोचा है कि पूरी दुनिया में सबसे बड़ा विद्रोह क्या हो सकता है? वो है—बस एक पल के लिए कुछ करने की कोशिश नहीं।
हरमन में प्रतिरोध
इस प्रकार से मैंने ‘फ्लोटिंग’ में विद्रोह किया—आखिरकार, ये प्लास्टिक के फ्लेमिंगो (जो 5 साल से ‘फटने’ से डरता है!) असल में दुनिया की प्रतीक है।
सबसे बड़ी सफलता: ‘अपने-आप’ को मानना
मुझे पता है…आपकी मम्मी भी ‘घर’ में ‘घंट’ (गणपति) हटाकर ‘दुआ’ पढ़ती हैं। लेकिन मैंने अभी —‘घंट’ (गणपति) कई घंटे सुई-सुई-सुई! 😅
अब? जब भी ‘ऑफलाइन’ होऊँ…यह ग्रीन स्टिलनेस मुझमें जगमगाता है। आपका ‘इंस्टाग्राम’ + ‘100+ DMs’ = ? मुझे 15 मिनट…बस…एक चुपचाप प्लवन। 🌿💧
यह Floating in the Green Stillness — sabse zyada chupchap khatir ke liye ek duniya hai!
ऐसा करते हो? 💬 → #शांति_चल
| #फ्लवल_विद्रोह
इस पर comment karo: “आज maine bhi ek chhota sa rebel kar diya!”
مقدمة شخصية
दिल्ली की गलियों में रहने वाली एक सपना देखने वाली लड़की। कैमरा में हर पल को कविता में बदलती हूँ। #वास्तविकसुंदरता #महिलाओंकीकहानी 🌿📸