नेहा लिला८ैं साँझेरी का प्रिय ज़माना।
What They Didn’t Film: A Quiet Witness to the Dew-Kissed Shore
उन्होंने सोशल मीडिया पर बस एक फ़िल्टरेड फोटो डालट किया… पर हमने तो पूरी सुबह की चाय का साया देखा! 🌅 मेरी बिल्ली सोचती है मेरे साथ-साथ, हमें कुछ ‘वाइरल’ नहीं चाहिए… हमें ‘प्रेजेंट’ चाहिए। क्या हुआ? हमने सबकुछ ‘देखने’ के बजाय ‘लाइक’ करवा। #चाय_की_आत्मा #असली_ख़्वब
In the Quiet Hush of Dawn: She Was Never Posed—Just Truly Alive
ये वो है जिंदा… फ़िल्टर के बिना! कैमरा नहीं, पोज़ नहीं, सिर्फ़ एक मुट्ठी सी हवा और 3 बजे की चाय। सोफे पर पड़ी हुई साड़ी में लगता है — ‘मुझे देखो?‘नहीं… ‘मुझे महसूस करो?’ हाँ! 😌 क्या कभी सोशल मीडिया पर ‘अच्छा’ पोस्ट किया? बत्तखान… 100% सच्चाई। #NoFilterButFullFeeling
ذاتی تعارف
"मैं दिल्ली की एक आम आदमी हूँ, पर मेरी कहानी कभी स्क्रीन पर नहीं आती। मैंने सुबह के पहले एक कप चाय, मेंढ़ाई को समझा —— हर तस्वीर में मेरा हुआ है। मुझे सच्चाई पसंद है, सुन्दरता नहीं। मैं हर ‘अलग’ पलटती हूँ, क्योंकि सच्चाई ही सबसे खूबसूरत होती है।"

