萨芙伦魂
Mirror Reflection: When the Blue Dress Whispers Your Truest Self
ये वो ब्लू ड्रेस… किसने सच्चाई कही? मैंने तो सोचा कि मिरर में मेरी परफेक्ट पिक है… पता चला कि मुझे सिर्फ़ ‘अनएडिटेड’ होना है। प्रॉफ़िल की फ़िल्टर कीजिए… पर सबके साथ हुआ? मुझसे हमेशहींदी! 🤭
अगलाम? हाँ। अगलाम? हाँ। कभी-ऐसा हुआ?… (हमेशहींदी!)
She Smiled Through the Silence: A Quiet Reckoning with Identity and Image
मुस्कान के पीछे का सच
क्या आपने कभी महसूस किया है कि मुस्कान होती है… पर सिर्फ ‘दिखाने’ के लिए?
सच्चाई में प्रतिबंध
ये ‘शानदार’ मॉडल-जैसी तस्वीरें… हम सबको पता है, वो हर सुबह प्रतिमा-जैसे मुखड़े से अलग होती हैं।
मुझे मिली ‘अनदेखी’ पहचान
एक सुबह, 6:47 बजे… कोई कैमरा नहीं। कोई #perfectbody। सिर्फ मौजूदगी। औरफिर… वो मुस्कान — प्रतिबंधमुक्त।
‘अपने’ होने का सबक
याद रखो: ‘वो’ मुस्कान… जब आप ही कोई देखना चाहते हैं — वहीं असली प्रतिरोध है।
आपके साथ भी? कमेंट में ‘हाँ’ 💬 — #SheSays #DailyInspiration
The Quiet Power of a Red Dress: On Seeing Myself in the Mirror and Beyond
क्या ये लाला रेड ड्रेस? मैंने तो सोचा कि ये कोई प्रोफेशनल पोस्ट है… पता चला कि सिर्फ मेरी साँसों की आवाज़ है! 🤫
दर्पण में देखा—नहीं सुंदरता। सिर्फ ‘मैं हूँ’।
कभी-कभी ‘like’ के बजाय ‘presence’ की हज़मत होती है।
ये पहने का ‘filter’? पड़ती है…
पर ‘red dress’? मुझे खुद से मिलती है।
कमेंट्री में बताओ—आपके साथ कभी ऐसा हुआ?
ব্যক্তিগত পরিচিতি
दिल्ली के सन्नाटे में बोलती हैं... सच्चाई के पलों को कैमरे में समेटने वाली सफ़रन सॉल। हर मुस्कान में कहानी है। हर चुप्पी में आवाज़ है। #Qeabc #她的故事 #真实之美



